बंद करना

    उद् भव

    1965 में, एक स्वायत्त निकाय अर्थात् केंद्रीय विद्यालय संगठन को सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम 1860 (21) के तहत संस्था के रूप में पंजीकृत किया गया था।, जिसने केंद्रीय विद्यालयों को खोलने और प्रबंधित करने का कार्य संभाला। संगठन को पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।

    नवंबर, 1962 में भारत सरकार ने रक्षा कर्मियों सहित हस्तांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करने की योजना को मंजूरी दी। नतीजतन, केंद्रीय स्कूल संगठन को शिक्षा मंत्रालय की एक इकाई के रूप में शुरू किया गया था, फिर एमएचआरडी मंत्रालय के तहत, अब फिर से यह संस्था शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार में तहत कार्यान्वित हैं।

    पीएम श्री  केन्द्रीय विद्यालय क्र.1, छिंदवाड़ा की द्वितीय पाली  की स्थापना 01/09/2004 को हुई थी। इसकी इमारतों का उद्घाटन 20/09/2008 को किया गया था। पीएम श्री  केन्द्रीय विद्यालय क्र.1, छिंदवाड़ा का मुख्य उद्देश्य युवा मनों को रचनात्मक, दयालु और नवान्वेषी वयस्क बनने के लिए तैयार करने वाली शिक्षा प्रदान करना। बच्चे में आत्मविश्वास पैदा करना और सामाजिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी की भावना प्रदान करना। शैक्षिक उत्कृष्टता के उच्च मानकों को प्राप्त करना।